5.
लॉकिं ग रिं ग (B1 और B2) पर रिलीजिं ग टै ब की दिशा
को नोट कर ले ं । (चित् र 2) यदि रिं ग को बन् द करके
क् ल िप करना मु श ् क िल है तो रिं ग को ऊपर फ् ल िप कर
दे ं ।
6.
फिर कम् प ् र े श न ओ-रिं ग (L) और कम् प ् र े श न रिं ग (K) को
सपोर् ट बे स (A) से जोड़ े ं ।
7.
पम् प कने क ् ट िं ग पाइप (J) को कम् प ् र े श न ओ-रिं ग (L) से
होकर कम् प ् र े श न रिं ग (K) मे ं स् ल ाइड करे ं ।
8.
कम् प ् र े श न रिं ग (K0 को अभी हल् क ा बाँ ध े ताकि बाद मे ं
पम् प (U) को लगाते समय ऊं च ाई को उचिट एडजस् ट
किया जा सके ।
9.
वे ं च ु र ी इं ज े क ् ट र(O) के किनारों पर वे ं च ु र ी इं ज े क ् ट र ओ-रिं ग
(P1 और P2 को इं स ् ट ाल करे ं ।
10.
. वे ं च ु र ी इं ज े क ् ट र (O) को पम् प कने क ् ट िं ग पाइप मे ं धके ल े ं
(J)।
11.
पम् प (U) को वे ं च ु र ी इं ज े क ् ट र (O) के ऊपर रखे ं ।
12.
कम् प ् र े श न ओ-रिं ग (N) को पम् प (U) के कम् प ् र े श न रिं ग
और रिएक् ट र कॉलम (E) के धागे द ार कने क ् श न के बीच
डाल दे ं ।
13.
अब पम् प कने क ् श न पाइप (J) की ऊँ च ाई को इस प् र कार
एडजस् ट किया जा सकता है कि पम् प (U) ले व ल पर
से ट हो जाए और पम् प (U) की कम् प ् र े श न रिं ग को
सरलता और सु र क् ष ा के साथ टाइट किया जा सके ।
अब इन कने क ् श न पॉइं ट ् स को हाथ से भी टाइट किया
जा सकता है ।
14.
आगे ट् य ू ब िं ग (T1) को ले ं और एक सिरे को T1.1 पर
रिएक् ट र कॉलम कै प (H) से ओपे न नोज़ल H.1 पर जोड़ े ं ।
15.
15. ट् य ू ब िं ग (T1) वह लाइन है जिससे होकर उपजाऊ
जल (प् र वाहमान) एलीमे ं ट ™ सीए रीएक् ट र से बाहर
निकले ग ा। यह ध् य ान रखना ज़रू र ी है कि रिएक् ट र से जल
का प् र वाह कहाँ जाएगा। पानी वापस सम् प मे ं या सीधे
एक् व े र ियम मे ं जा सकता है । हालां क ि, ट् य ू ब िं ग (T1) के
प् र वाह को, एक् व ाविट् र ो डिवीजन™ सिरीज जै स े किसी
प् र ोटीन स् क िमर या किसी ऐसे बिन् द ु जहाँ सतत जल
स् त र प् र बाधा मौज़ ू द हो, पर भे ज ना फ़ ा यदे म ं द होता है
ताकि विलयन या कम pH वाले जल से निकलने वाली
कोई भी CO2 के pH मान मे ं एक् व े र ियम मे ं जाने से पू र ् व
वृ द ् ध ि हो सके ।
16.
ट् य ू ब िं ग (T1) पर किसी सु व िधाजनक जगह पर काट
बनाकर वाल् व (R) को कने क ् श न पाइं ट T1.2 और T1.3
पर इं स ् ट ाल करे ं ।
17.
एडस् ट को परखने के लिए रिएक् ट र से बह रहे जल की
मात् र ा को दे ख ना सु व िधाजनक होता है . ट् य ू ब िं ग (T1)
की बची हु ई लम् ब ाई को निर् द िष् ट करते समय इसका
ध् य ान रखे ं ।
18.
फिर, ट् य ू ब िं ग (T2) को ले ं और एक सिरे को T2.1 पर
रिएक् ट र कॉलम कवर (H) से खु ल े नोजल पर जोड़ े ।
19.
ट् य ू ब िं ग (T1) पर एक सु व िधाजनक जगह पर (चित् र
2 को दे ख े ं ) काट लगाएं और T कने क ् ट र (M) को को
कने क ् ट र पॉइं ट T2.2 और T2.3 पर इं स ् ट ाल करे ं ।
20. वे ं च ु र ी इं ज े क ् ट र (O) पर ओपे न नोज़ल पर कने क ् श न पॉइं ट
T2.3 से T2.4 तक ट् य ू ब िं ग को ज़ ा री रखे ं ।
21.
किसी बिन् द ु पर जहाँ ट् य ू ब िं ग (T1 या T2) मे ं बहु त ज़ ् य ादा
मोड़ या किं क बन गया है , ट् य ू ब िं ग रै प (S) को ट् य ू ब िं ग के
चारो ओर सहारा दे न े और बहाव मे ं किसी रु क ावट को दू र
करने के लिए बाँ ध ा जा सकता है ।
22.
ट् य ू ब िं ग (T3) के एक छोर को T कने क ् ट र (M) के बचे
कने क ् ट िं ग पॉइं ट से T3.1 जोड़ े ं ।
23.
ट् य ू ब िं ग (T3) के दू स रे छोर को कने क ् ट िं ग पॉइं ट T3.2 पर
CO2 डिस् प े ं स िं ग सॉले न ॉइड या टै ं क रे ग ु ल े ट र (शामिल नहीं
है ) से जोड़ े ं ।
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